Saturday, December 5, 2020

May be messed up here

 It realized during meditation that it May be messed up here dew to appearience of one new star are new planet or any astroid between these cosmical waves or any milkiway or galaxy in internal divine universe


May be messed up here




Tuesday, November 3, 2020

Divine Realization During Meditation

            * Grace of God *

              Latest Divine Realization during meditation between at 1-30 am to 2-00am, on 3-11-2020 in internal divine Universe being introvert


   




It may be Volcano



Monday, October 26, 2020

what a wonderful and beautiful expirienced about Supreme divine Tatav

               what a wonderful and Most beautiful expirienced about Supreme divine Tatav, by Avtari Purush Rohtas Saraf Karnal 🇭🇺



Thursday, October 22, 2020

Very Beautiful Supreme Tatav Divine Yog Darshan in inner divine Universe

 Rohtasa Divya Yoga Leela Darshana





Spiritually there is experienced an internal divine universe during meditation being introverted at 4-30 am on 23-10-2020 clearly



Sunday, October 11, 2020

Divine Star Leela Realization in Space

 Divine Star Leela realization during meditation in internal divine universe at

 1-00 to 1-30 am, " it may be Star's made ring dew to gravity power or cyclone in divine space, in internal divine Space "

1. Divine Space 2. Stars made Ring 3. one & half ring 4. Half round Ring 5. Again stars made ring 6. There may be brilliant star or a Atom's huge Light, in divine Space, as showing below.


Showing black hole by any divine soul

See......" This is Black Hole in Front "


Similar Experience


          Divine realization during meditation in inner divine Space

             
                 Divine realization during meditation, It seems, It may be planets dim

             Divine realization in meditation It may be Black Hole's waves

Black hole waves in I D U


Saturday, October 3, 2020

Supreme Yoga Grace of God

        Supreme Yog - Grace of God


Divine Realization during meditation in Internal Divine Universe Brilliant Star like sun with Huge light 



Thursday, October 1, 2020

                    Religion & Spirituality

                               **********

Differences between Spirituality and Religion
“A Spiritual person can be a Religious person, but, A Religious person can not always be a Spiritual person”
Religion is the result of personal experiences of the physical qualities coming from the outer world, while Spirituality is the fruit of an individually, daily life long practice in Yoga, realizing firmly faith in God, and devotionally worshiped by deep meditation being Introverted, thoughtless and stable mind to reach at the destination “Supreme soul,-God” in our inner world.
             
   " For welfare of  Humanity, there should be self- confidence and we should believe in Spirituality, not in Religions and Trust in The Almighty God, GOD."
          
                       Das Anudas Rohtas

  

       

                             Das Anudas Rohtas

Sunday, September 27, 2020

Divine Realization during meditation

 Divine realization during meditation at 1-00 am to 2-30 am on 26-9-2020 clearly with colourful Sun which showed giving below "it is especially important to see Peepal's Tree Leaves here."

           * Grace of God *


It may be New planet
There are many realization during meditation as some divine pig, like divine alien with bright eyes .
It seems it may be new shristi

It may be New Planet




Namaskar Sir






           















Wednesday, September 23, 2020

Divine realization during meditation

 Divine realization during meditation

 at 3-30 am on 20-9-20


                              Das Anudas Rohtas


Monday, September 14, 2020

दिव्य प्रकाश योग लीला दर्शन

               दिव्य प्रकाश योग व सूर्य त्राटक लीला 

आदरणीय परम स्नेही भग्तजन,

             अपने योग जीवन में हमने सबसे पहले 1962 में अपने बचपन मे शाम को इस करोसीन के दीपक की लौ पर हमने अचानक त्राटक किया। बस वास्तव में यहीं से हमारा " योग जीवन स्टार्ट होता है " हम मात्र दस या ग्यारह साल की ऊमर में थे, दीपक जगा कर पडते थे, हमारे कमरे में एक खीडकी थी उस मे बैठ कर जब दिल करता जोत को त्राटक कर लेते। त्राटक करने पर जोत अपने मूल स्थान बत्ती को छोड कर ऊपर चढजाती और फिर नीचे अपनी जगह पर आ जाती ऐसा कई बार हम करते। कभी मोमबत्ती की लौ को त्राटक करते तो कभी लालटेन की ज्योती को। ऐसे करते करते बडे होने पर  सूर्य देवता को अर्ग देने लगे। धीरे धीरे सूर्य देवता को अर्ग देते समय त्राटक करने लगे और एक लम्बे अभ्यास के बाद सूर्य को त्राटक करने में सूर्य देव की हम पर विशेष कृपा हुई। सूर्य देवता को एक लैम्प की ज्योत के रूप मे अनुभव करते, और सूक्षम रूप से इधर से उधर और ऊपर नीचे गेंद की तरह घुमाते और खेलते थे। और हमें पूर्ण आनन्द आने लगा।  सूर्य देवता ने हमें बहुत अनुभवों से अवगत्त कराया । हमारे जीवन में सूर्य देवता की विशेष कृपा है 

       " करत करत अभ्यास के, जडमति होत सुजान "

             इसके बाद हमनें तारों पर भी त्राटक किया और universe में सूर्य देवता आज भी हमारे ऊपर अपनी कृपा बनाय हुए हैं  Vivek की प्राप्ती भी हमें सूर्य कृपा से ही हुई। जो हमारे जीवन में हमें अनुभव हुए वह सब चित्रित भी है और लिखित रूप में भी है उनमें से हमारे जीवन का सबसे पहला यह दीपक के त्राटक के रूप में दिव्य अनुभव है जो हमने आप सबके सामने रखा है।

               एक सूर्य देव ही तो हैं जो जब से यह अद्धभुत सुन्दर दिव्य पवित्र सृष्टि बनी के तीनों लोकों को आज तक अपनी दयामयी कृपा दृष्टि से इस सारे जहां को रोशान्वित करते आ रहे हैं । हम सब को सूर्य देव को हाथ जोडकर प्रार्थना करनी चाहिये हे प्रभू हम सब पर इस पूरे विष्व पर अपनी कृपा दृष्टि यूं ही बनाय रखना और इस सुन्दर संसार को अपनी प्रकाशमय दिव्य शक्ति से हमेशा यूं ही हरा भरा रखना व रोशान्वित करते रहना ।

                                ‌‌‌ दास अनुदास रोहतास



Tuesday, September 8, 2020

Grace of God

It's Supreme God's Grace
🙏🙏🙏🙏    


                                 Das Anudas Rohtas


Monday, September 7, 2020

Beautiful Vortical Waves

 Very Beautiful divine Flow of Vortical Waves Realized during meditation being introverted in my bedroom



Realized Vortical Waves

 Realized Vortical Waves during meditation in I D U in internal Divine Universe



Realized cosmic waves during meditation

Realized Gravity Rays and Cosmic Waves during meditation coming down on Earth in our bedroom




 

Sunday, August 23, 2020

Divine Supreme Per Berhim Kamal

       Opening Divine Berhim Kamal's Chakras in our body during meditation


Divine stair Realization in divine space in I D U during meditation very clearly at
 01-00 am on 15-08-20



Divine realization during meditation in I D U very clear on 21-8-2020, 

                 In this beautiful image giving below, some celestial spirit is moving up through the Divine Atmik-Yan. Below is a planet which is spinning like a Potter's wheel, there is an up-ward movement in this Divine soul. Now Supreme Tatav is also shining in the bottom left here. What a beautiful divine experience.                 
               Das Anudas Rohtas

        " Autmik-Yan "


                              Das Anudas Rohtas


Tuesday, July 7, 2020

Avoid Corona Virus Covid-19


          Avoid Corona Virus Covid-19

Please Let us prey to God for save from corona virus covid-19



Question through comment:----
Sanjive Sharma commented in Post Smart City- Karnal, publck grip page



Answer by Rohtas:----
श्रीमान जी नमस्ते,
              यह दिव्य पुरुषों को अनुभव हो सकता है वो ध्यान मे भी अनुभव कर सकते है उपरोक्त्त दिये गये जिनके नाम हैं ये सब महापुरुष थे या हैं जिन्होनें ने देखा व अनुभव किया! दिव्य पुरुष महापुरुष अवतारी पुरुष तो वर्तमान समय में भी अगर हैं तो वह भगवान का अब भी साक्षात्कार व अनुभव कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहे किसी अन्य को अनुभव नही करवा सकते, क्योकि because it is the matter of self realization, so can not show to other. इसके लिये व्यक्तिगत अनुभव की जरूरत है जो अनन्य भग्ति करने पर ही प्राप्त हो सकता है। यहां self confidence की भी आवश्यकता है। लेकिन आम भौतिक आखों से नही दिखाई देता न ही अनुभव होता । माइकरो स्कोप या अन्य इलैक्टरोनिक्स यन्त्रों की मदद से शायद आप देख सकाे तो देखो अच्छी बात है। यह आम आदमी के अनुभव का विषय नही है।

" Shree Ram Ji realised during meditation for few seconds going West to East on 17-8-20 at 2-30 am."

Please prey to God save from Corona Virus Covid-19

                          Das Anudas Rohtas





Tuesday, June 30, 2020

You are Welcomed in Spirituality

* आदरणीय परम स्नेही भग्त जनों 

   अध्यात्तम में आप का स्वागत है *


                      * हार्दिक प्रणाम जी *
                अध्यात्तम में आपका स्वागत है

 


                         

1 उपरोक्त इमेज में सूर्य के समान तेजस्वी, दिव्य पुन्य: आत्माओं की माला दिखाई गयी हैं जो अब हम ५-७-२० से निरन्तर  साक्षात भोतिक आंखों से अवलोकन करते आ रहे हैं  और अब इस दिव्य माला को in I. D. U. में भी बहुत सुुन्दर चमकते हुए अनुभव किया है। जो सृष्टि में आन्तरिक और बाह्य दोनो अवस्थाओं में अनुभव हो रही है और कुछ बडती भी नजर आ रही है।

             * सभी पिरोऐ सोभते इसमें सुन्दर लोक *                                       
2 में यहां परम पिता प्रमात्मा श्री अधिष्ठान जी महाराज परम आत्मा  के रूप मे साक्षात दर्शन दे रहें है जो आग के शोले के रूप में सुर्ख लाल रंग मे धद्कते नजर आ रहे हैं, जो हमे अपने सामने दीवार पर हमारी भृकुटि से बाहर प्रकट हो, दर्शन देने की कृपा कर रहे हैं                                                           
3 में स्वेरे से मालिक हमे दर्शन देने का प्रयास कर रहे हैं जो साएं ७-१५ pm पर श्री अधिष्टान जी महाराज के रूप मे हमें शाक्षात दर्शन पाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ  जो मालिक की एक परम भग्त पर विशेष कृपा होती है

                     दास अनुदास रोहतास

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* Lord Shiva Leela *


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श्री मान जी नमस्ते,
                  कृपया पहले इस अध्यात्मिक भग्वत्त ज्ञान चर्चा से भरपूर विडियो को समझें और फिर मालिक कृपा होने पर प्रभू प्रेरणा से, हमारे द्वारा दर्शाये गये व्यक्तिगत दिव्य अनुभवों पर भी एक नजर डालने की कृपा करें।

                    व्यक्तिगत अध्यात्मिक अनुभवों के आधार पर ऐसा प्रतीत हो रहा है मानों सत्तयुग, दवापर, त्रेता व कल युग सभी युगों का मिला जुला "संगम युग" चल रहा है। क्योंकि हर युगों की अध्यात्मिक दिव्य अनुभूतियां वर्तमान में यहां अनुभव करने को मिल रही हैं।                                                         
 धन्यवाद सहित ।                              
              
                           दास अनुदास रोहतास         


Wednesday, June 24, 2020

Jai Shree Krishna Jai Shree Radhe

                                Maya

                Shree Radhe Radhe  Ji


                  Shree Radha RanI Ji

                  हमारे ऋषियों, मुनियों, महात्मनों ने जब से यह सुन्दर सृष्टि बनी, इन दिव्य शक्तिओं को गुप्त रखने के लिये, दिव्य पात्रों को दिव्य माला में पिरोने के लिये अपने श्रद्धासुमन रूपी शब्दों को पवित्र आंशुओं से सींच सींच कर अपने भग्ति रूपी श्रद्धा भावों से सुन्दर ग्रंथों की रचना की है। हम भी मालिक कृपा होने से अपनी श्री राधा रानी जी के शुभचर्ण कमलों में शब्द रूपी श्रद्धा सुमन प्रवाह करने का प्रयास करते हैं :-
1 . राधा परम आत्मा है, परम के हृदय में वास है
2 . राधा आत्म तत्व है जिसका सबके हृदय मे वास है
3 . यह तो रसियों का रस है
4 . राधा तो दिव्य शक्ति है जो अदृष्य है, प्रभ ज्योत है 
5 . राथा तो मंथन के बाद प्राप्त होने वाला वह अमृत है जो नसीबों वाले चखा करते हैं
6 . राधा तो घृत, मक्खन के समान है जो दूध में व्याप्त है
7 . राधा सभी प्रकृतिक तत्वों का दिव्य गुप्त रूप में चेतन्य पद् है  "Gravity Power" तत्व है जो दिखाई नहीं देता।
8 . राधा सृष्टि में वह प्रकाश हैं जो तीनों लोकों को प्रकाशन्वित्त करता है।
9 . राधा प्रकृति के हर तत्व में दिव्य रूप से चेतन तत्व के रूप में विद्धमान वह दिव्य शक्ति है जो दिखाई नहीं देती पर सब में है जैसा कि बादल, बादल में पानी पानी में बिजली बिजली में शक्ति power , 
10 . राधा रानी परम श्रधा है जो सबके मनों मे वास करती है पावन पद भाव है
11 . श्री राधा श्रद्धा है, भक्ति है, भग्वत्ता है ,भग्तों के हृद्यों का मूल तत्व है
12 . राधा परम आनन्द है, प्रेम है , मधुरता है, मधुर हैं
13 . राधा सोन्दर्य है, माधुरिय है, मथुरता है, मधुरमय है
14 . राधा शीलता है, सरलता है, प्रकृति की खुशभू है, करूणा है, प्रेम रस है रसना है, प्राणियों का अस्तित्त्व है, यथार्थता है, ऐश्वर्य है, लज्जावान है, राग हैं अनुराग है, विभूतियां है, गन्दर्वों में प्रकाश है, विराटता, विशालता, महानता है, परा अपरा हैं, विद्धा है, मंगला है, कमला है, कल्याणी है, पतित पावन है, तारणी है, भग्वत्ता है। इस सुनदर पवित्र सृष्टि के प्राण हैं, क्या नही है राधा ? 
15 . राधा तो भगवान श्री नारायण का परम अश्तित्तव है। श्री राधे तो अन्तर्त्तामा हैं, भगवान कहते मेरे पास तो राधा के बिना कुछ भी नहीं। मै तो क्या इस सृष्टि में भी राधे के बिना कुछ नजर नहीं आता। राधा तो * लक्ष्मी * है, राधा तो सम्पूर्ण सृष्टि की मालिकन हैं । दोनों सूर्य के समान हैं भगवान सूर्य हैं + राधे तेज के समान हैं अगर सूर्य में तेज न हो तो, हमें ऐसा नहीं सोचना है हमें तो बस  जय श्री राधे राधे जी ही बोलना है  जय श्री राधे राधे जी।
16 . राधा तो सृष्टि है
17 . राधा सृष्टि का मूल अधार है
18 . श्री राधे भक्ति स्वरूप हैं, श्री भग्वति हैं, शक्ति हैं, दुर्गा हैं  
19 . राधा प्राणों में प्राण है  है
20 . राधा परिषदों उपरिषदों में है
21 . ग्रंथों में है लेकिन राधा का नाम श्रीमद्धभागवत् में नहीं आता ?
विशेष:---
             श्री नारायण भगवान अधिपति हैं  श्री राधे रानी, "नारायणी" लक्ष्मी जी हैं,  इस पवित्र सृष्टि का आधार है परम दिव्य आदि शक्ति का दूसरा नाम ही राधा है। जो राधा नाम से जानी जाती है। " तत्व में दिव्यता " जो अदृष्य दिव्य रूपी शक्ति गुण है यही राधे है।

*श्री राधा रानी जी अदृष्य दिव्य शक्ति चेतन तत्व स्वरूप है।
*श्री कृष्णा जी अस्तित्त्वमय दिव्य परम आत्म तत्व स्वरूप हैं।
                      जय श्री राधे राधे जी
                             ----------
                    Jai Shree Krishna


         * Secular Spiritual Secrecy *
                           
                             GOD

           Supreme Atom+Divinity

             Supreme Divine Atom                                                   +
            Supreme Divine Power

                 Krishna + Radha

             जिस प्रकार  सूर्य में तेज है, प्रकाश है जिससे यह समस्त सृष्टि व इसमें समस्त सृष्टियां रोशान्वित हो रही हैं तो सूर्य देवता हैं, सूर्य भगवान हैं अन्यथा प्रकाश के बिना भी आपने देखा है, सूर्य एक black hole सा लगता है,  ठीक इसी तरह भगवान  Supreme Atom,  "ATOM" तत्व में जो दिव्यता है जो दिव्य गुण है विशेष तेज Gravity Power है जिससे यह हीरे के समान चमकता है Brilliant, Divinity, Stability, Immortality and ephemerality क्षणभंगुरत्ता है और सभी ग्रह उप ग्रहों को आकृषित करने की, प्रभावित करने की क्षमत्ता है, यही शक्ति जो हैं सब राधा नाम से जानी जाती है, के रहते ही तो श्री कृष्णा परमात्मा है Supreme-Atom , Supreme Soul, Supreme Tatav हैं अन्यथा अन्य ब्रह्मांड में जो अन्य ग्रह हैं उनके समान हैं। इसी प्रकार दिव्यता Divinity के बिना Supreme Atom भी सृष्टि चक्र को Systemeticully चलाने में असमर्थ हैं ठीक उसी प्रकार श्री राधा रानी रूपी आत्म तत्व, शक्ति के बिना, परम आत्मा श्री कृष्णा व सृष्टि में अन्य सृष्टियां, हम सब जीव का कोई अस्तित्त्व ही नही, असहाय हैं प्राणियों का रहना भी अधूरा है, असम्भव सा हैं।


                 * राधा के बिना श्याम आधा *

              इसी लिये तो यह कथन कवियों ने गाया है।
 हमारे ऋषियों मुनियों महापुर्षों की यह महानता है जो तत्व के इस गूढ रहस्य को आज तक गुप्त रखे हुए हैं और रहना भी चाहिये। गुप्त रहने से ही तो भग्वान की इस दिव्यता, रसना और प्रेम का आनन्द प्राप्त किया
जा सकता है।
                     पुरुष + प्रकृति
वास्तव में देखा जाय यह दोनों ही एक दूसरे के बिना अधूरे हैं, यह सृष्टि अधूरी है, सभी सृष्टियां अधूरी हैं सब किछ अधूरा है क्योंकि प्रकृति और पुरुष (आत्म तत्व) दोनों ही पूरक हैं मूल आधार हैं।
  
        जय श्री राधे कृष्णा जी

Hinduism's Secret Spiritual Knowledge

                             Das Anudas Rohtas
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"मजाक और पैसा शोच समझ कर उडाना चाहिये"

              हजारों, लाखों, सालों से हम सब सृष्टि के साकारात्तमक रूप का आनन्द लेते आ रहे हैं कभी निराकारात्तमक रूप के आनन्द के बारे में किसी ने सोचा है। उसके लिये हमें अतीत में जाना पडेगा। यह जीवन यह सृष्टि यह संसार बहुत अनमोल है इसको अपने हाथों से न जाने दो, इसे बचाओ ,इसकी कदर करना सीखो। हम सबको चाहिये परमपिता प्रमात्मा सच्चिद्धानन्द भगवान श्री हरी जी की अनन्य भग्ति कर, पूर्ण समर्पित हो उनकी शरण में जाना चाहिये जहां हमें परम शान्ति, परमानन्द की प्राप्ती होगी। यही हमारे जीवन का एकमात्र परम उद्धेष्य है।

       *विश्व को परम शान्ति की आवश्यकता है*
              ‌‌              *******

                🌷  ॐ शान्ति शान्ति ॐ  🌷

अद्धभुत सुन्दर सृष्टि भगवान द्वारा Automatically, Systematically & Divinely Created सुन्दर दिव्य रचना है, को मजाक समझना अच्छा नहीं होता। इसमें रहते, रचित प्रकृतिक उत्त्पतित् जन साधनों का, हम सब विश्व प्राणियों को सद्धुपयोग कर, मान, सम्मान व कदर करना चाहिये।
                                दास अनुदास रोहतास
                                 -----------------

Friday, June 12, 2020

Realized Stir in Galaxy during meditation

   Secular Realization during Meditation
                      Stir in Galaxy
                            ----------
                  Feel Stir in Galaxy during meditation at 6-40 am, on 10-6-2020 very clearly . We are very thankful and thank God millions of time

   Universal Truth

   Thanks God..........Yet.............Safe

 

   !. Clock wise.                                      
 !!. Anti Clock Wise.                            
    !!!. Stir in Galaxy.                                        !!!!. Appeared Supreme Tatav "God".   
       V. Now Normal.           

Sharing Fleeting Thoughts:---------                    
       The Supreme Soul, ' God ' is fleeting and can appeared in moment wherever
 He wants.                                                     
                               

          * Om Tat Sat *         
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Observe Special Three Divine Brilliant Star in Space Space or other any thing, N---to--S and movement in planets


Astroid in Space during meditation


             Das Anudas Rohtas

Tuesday, June 2, 2020

Activation in Gas Made Hole

         
           Activation in Gas Made Hole
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               Dangerous activation realized in Gas-made-Hole during meditation,  in fastest Speed in the Universe at 6-15 am, on 30-5-2020. It may be Helium + Hydrogen Gas made Hole. From where this gas hole came out, it went on cleaning everything.


                                Das Anudas Rohtas

Sunday, May 10, 2020

Om Namo Narayan

                  Om Namo Narayana


                Divine Realization, during standing Meditation at 8-30 am on 
8-5-20. All these Divine Holy Characters take their place one by one which are showing in this video divinely.    

Tatav Yoga Darshana

  

Universal Truth  

                             Das Anudas Rohtas
  

Wednesday, May 6, 2020

*आदरणीय परम स्नेही भग्त जनों अध्यात्तम में आप का स्वागत है*


       
" Self Divine Realizations during Meditation "

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Incarnated Divine Supreme Soul
Of Lord Adhi God


  Divine Maha Shakti Turiya Yoga Darshana

 

What a Wonderful and Beautiful Divine Shristi Chakra of Creation, created by The Almighty Lord God 


"This world is just a travels Fair"
Divine Suksham shristies chakra, in Suksham Shristi, in this wonderful & beautiful Shristi.

                       
 
Divine Maha Shakti Kundalini Awakening Activation Yoga Darshana


Kundalini Bodhe Shusmana Kholey
Ram Mantra Amrit Rush Gholey

 
Spiritual Truth.                     

                      दास अनुदास रोहतास

Monday, April 20, 2020

Divine Shristi Chakra


                 Divine Shristi Chakra
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               Very nice Shristi Chakra realization in the presence of Nirakara, "The Almighty God" during meditation in divine I D U. We realised being Introvert this Shristi Chakra which was circulating Right & Left like a very beautifully Galaxy in internal divine Universe.

              If we watch it on the moving screen by making a video, then we will be very happy and have a Lot of joy and Peace.

" Is all creation created by The Almighty God shaken due to Corona-19 ?"

Special:---

                Being introvert during meditation We are experiencing a wonderful and beautiful divine Creation of Shristi Chakra, "As a Galaxy", which is circulating slowly, Systematically and automatically First Anti-Clok.Wise and the Clock Wise, around the Supreme Atom, which is stable like a centre-axle, at its divine celestial latitude, in the middest of our Bhirkuti In I D U. It is a very beautiful mind bending Divine Vising

      Universal Truth

    * Secular Spiritual Realization *


                    Das Anudas Rohtas

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अब प्रशन्न उठता है भगवान कैसा है क्या किसी ने अनुभव किया है ?


ऊत्तर में :------                                               
परम स्नेही भग्त जनों को,                                     .
                 सादर् प्रणाम ।
                                                                                    निवेदन है भगवान तो भगवान हैं, फिर भी उनकी कृपा होने पर उन्हें दर्शाने का प्रयास करते हैं :---                                             
                 प्रिय: राम स्नेही भग्त जनों जैसा कि हम सब जानते हैं, भगवान नित्य प्राप्त हैं और इस दिव्य, सुन्दर सृष्टि में, हर युग में समय समय पर हमारी इस पवित्र देव धरा पर वक्तानुसार ऋषि, मुनि, सन्त, योगी जन, अवतार होते आए हैं और अब भी महपुरुषों की कोई कमी नही है वो बात अलग है वह अपने आप को प्रकट करने में असमर्थ दिखाई दे रहे हों। उन सब में से शायद हम भी एक ऐसे तुछ प्राणी हो सकते हैं जिस पर भगवान की कृपा की कोई किरण विशेष पडने से हमें कुछ आप सबके सामने इस इमेज द्वारा अपना अनुभव दर्शाने का यह शुभ अवसर प्राप्त हुआ हो । भग्त जनों दिव्य अनुभव सबका अपना अपना होता है। हमें अन्तर्मुख होते हुए जो अनुभव हुआ है वह आपको उपरोक्त इमेज में दर्शाया हुआ है इससे पहले भी हमने  अपने लेखों में दिव्य अनुभव दर्शाये है। इसमे सबसे पहले बहुत घहराई में जा कर सतलोक में जो अति पवित्र परम धाम है 1.  यहां पर हमने Dot सूक्षम बिन्द जो 100% साफ है को अनुभव कर रहे हैं जो बहुत बारीक एक हीरे की कणी के समान चमक रही है जो केवल अन्तर्मुखी हो, परम आत्म तत्व का सहारा पाकर, स्थिरप्रज्ञ होते हुए, मन की दिव्य आखों से अनुभव किया जा सकता है। यह हमारे शरीर के बाल की नोक से भी हजार- गुणा बारीक Atom होता है! यही Supreme God है। 2. साथ मे हल्कि गुलाबी परम ज्योतीस्वरूप भगवान हैं जो Supreme God का सूक्षम शरीर है, परम शक्ति है, परम ईश्वर है। 3. भगवान जब सृष्टि की रचना करना चाहते हैं तो साथ में जो हल्की पीली दिव्य ज्योत दिखाई दे रही है जिसे हम बचपन से अर्थात 55 साल से अनुभव करते आ रहे हैं।  Formated God है को same अपने जैसा same Virtues, same powers देकर इस परभ ज्योत की रचना को रचते हैं (created)। जिसकी रचना वो अपने में से बिल्कुल हूबहु अपने जैसी दिव्य रचना रचते है। जैसा हमने पहले अपने कई पेेेेेेेेजों में भी दर्शाया हुआ है। भगवान अपनी त्रीगुणी माया द्वारा त्रीमर्ती, त्रीदेव भगवान की रचना रचते हैं जो आगे चलकर इस सुन्दर सृष्टि मे, " सत्तोगुणी ब्रह्म-रूप सृष्टि रचिता शक्ति " द्वारा इस अद्धभुत संसार की रचना रचते हैं । अत: इस प्रकार हम जो कुछ भी दिव्य अनुभव कर रहे हैं, चाहे वह अन्तर्मुख होकर है चाहे भौतिक् दृष्टि से है यह सब भगवान की ही तो मााया है। 
       परम स्नेही भग्तजनों यह सब व्यक्तिगत अनुभव की लीला है जिसको जैसा अनुभव हुआ अपना अपना अनुभव इस संसार की यात्रा पूरी होने पर अपने पीछे लिखकर छोड जाते हैं। कोई किसी को प्रदर्शित नहीं कर सकता है। यह कृपा तो किसी विशेष जीव पर युग-युगान्तर के बाद होती है। हमें यह अनमोल जीवन as a God gift मिला है इसे वृथा न गंवा कर हमें जितना भी हो सके मालिक की नाम, जप, भग्ति, बन्दगी कर, सिमरन, उससे प्रेम करने में और अध्यातमिकता में ही लगाते हुए उस परम पिता प्रमात्मा " Narayana " की भली भांती खोज करनी चाहिये और समस्त जीवन मालिक के श्री चर्णों में समर्पित हो, उसकी शरण में जा, परमानन्दित हो, परम -शान्ती को प्राप्त कर, परमधाम को प्राप्त होना चाहिये, जो हमारा जीवन जीने का एकमात्र लक्ष है।
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                  आजकल ध्यान अवस्था में आन्तरिक दिव्य ब्रह्मांड में उलका पिंड meteorites बहुत टूटते हुए अनुभव हो रहे हैं 3-10 am पर कुछ मिन्ट के लिये तो उल्का पिंडों की वर्षा कैसा लग रहा था। व एक जगह से दूसरी जगह जाते नजर आ रहे हैं जब यह इकट्ठे टूट कर जाते हैं और भी सुन्दर लगते हैं अर्थात उपग्रहों में हलचल अनुभव करने को मिल रही है 2-15 am on 27-4-20

 * Meteorites Rain *


ॐ  शान्ती  ॐ
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A Biginingless and Endless divine Flow of Creation of Shristes in Shristi At 11-00 pm on 1-5-2020




                               दास अनुदास रोहतास

Thursday, April 9, 2020

Om Namo Narayana

   
               Om Namo Narayana
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Param Kripa  परम कृपा
               
              आज दिन बुधवार  पुर्णिमा 8-4-2020 समय 2-00am से मालिक की विशेष कृपा ध्यान अवस्था में अनुभव करने को मिली। वैसे तो 7-4-20 को ही रात्री में जब हम सोने के लिये लेटे हुए थे तब से ही मनमुग्द्ध हो रहा था और मन यह कह रहा था कि ऐसा प्रतीत हो रहा है आज मालिक की विशेष कृपा होने वाली है।

             " जदों मन चंगा  कठौती विच गंगा "

सो अज मन चंगा सी । सवेरे 1-30 पर उठ गये और हाथ-मुंह धोकर पानी पीकर ध्यान अवस्था में आराम से सिद्ध आसन पर बैठ गये। Right 2-00am पर कृपा हुई बहुत आनन्द - परमानन्द का अनुभव हुआ।
                 
1.           सबसे पहले आज आसमान बिल्कुल साफ और पूर्ण Starry Night. हमने अन्तर्मुखी होते हुए इस सुन्दर starry night का आनन्द लिया मानो जैसे हम बाहर ऊपर छत पर खुले आसमान को रात्री में starry night का आनन्द ले रहें हों।
                                    N
                                    S

.           अब हम west - north दिशा में North की ओर किसी planet  को जो एक बहुत बडे आकार में सूर्य की तरह सफेद रंग का प्रकाश फैलाता हुआ चमक रहा है ध्यान में in I.D.U. अवलोकन कर रहें हैं


3.            अब पश्चिम दिशा मे थोडा निचे को Brown रंग में चमकता कोई उपग्रह देख रहे हैं।


4.            और अब जो यह brown ग्रह इसके पीछे से  कोई उपग्रह west की ओर जाता हुआ अनुभव कर रहे हैं।


5.   जैसा कि अक्सर हम अनुभव करते आ रहे हैं कुछ उल्का पिंड हल्के रंग में टूटते हुए इधर उधर दिखाई दे रही हैं और एक तेज सपार्किंग भी अनुभव हुई।


6.             * अब कुछ दिव्य जंगली जीवों के दर्शन भी करने को मिल रहे हैं। लगता है शायद इन्हे भी इस महामारी का अंदेशा हुआ है जो हमें अवगत कराने के लिये अपने दिव्य सुक्षम शरीर से यहां आय हों, क्योंकि इन जीवों के पास दिव्य नेत्र होते हैं जो बहुत गहराई तक अपने अनदर झांकने की क्षमता रखते हैं *



     !   जिनमें सबसे पहले बबर शेर आया ओर हमारी ओर  सूंघ कर दांई ओर पूर्व में चला गया।
        !!   फिर एक दिव्य बाराह जिसका सूंड कुछ लम्बा था आ कर हमें सूंघ कर अपने होठों से touch कर दांई ओर चला गया।
        !!! और अब एक बहुत बडा मगर मच्छ जिसका   जबाडा बहुत बडा फटा हुआ था जिसे वह हमारी ओर पूरा फाड कर खोल कर दिखा रहा था शायद हमें डरसन के लिये, जो काफी देर तक ऐसे ही खडा रहा और अंत मे वह भी हमारी दांई ओर को चला गया।
      !!!! यह बहुत बडी whale fish है यह भी ध्यान में पहुंची और फिर यह भी सबकी तरह दाईं ओर चली गयी । इन सबके पास स्वामित्व है और यह भी हमें अपना आशिर्वाद देने आई है।



      7.         अब हम परम पिता प्रमात्मा श्री नारायण भगवान के बहुत सुन्दर, दिव्य, मनोहारी, परम धाम, नारायणी लोक के दर्शन कर रहे है, जहां परम शक्ति के रूप में परम पिता प्रमेश्वर  सर्वशक्ति मान अपनी दिव्य निराकार शक्ति सहित सूर्य के समान सूर्य से भी हजारों गुणा तेजस्वी शक्ति जो चक्र के रूप मे "अधिस्थान  भगवान" जो कुम्हार के चाक के समान चक्रित हो रही है को अवलोकन कर रहे हैं ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो परम लोक नारायण धाम, सत्तलोक समेत ही परम पिता परमात्मा यह अति सुन्दर दर्शन जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकते आज हमारी इस भृकुटि के मध्य इस दिव्य आन्तरिक ब्रह्मांड मे अपने परम भग्त, परम लग्नेषू, परम जिज्ञासू को प्रकट हो, दर्शन दे कृतार्थ करने हेतू प्रकट हुए हैं, मालिक बडे दयानिधान् बडे दयालू हैं । हे मालिक ऐसी कृपा अपने सभी परम भग्तों पर हमेसा बनाए रखे।
                    * Narayana Lok *


       8.       अब ध्यान लेट कर है बहुत साफ सुन्दर ध्यान है मानो बहां दिन के 11-00 am बजे हों, हमें ऐसा लग रहा है हम Saudi Arab Emirate के brown रंग के रेतीले, मरुस्थलीय इलाके में टहल रहे हैं ऐसा प्रतीत हो रहा है वहां सफेद dress में वहां के कुछ आदमी social distance बना कर घूम रहे हों, बहुत साफ है यह दृष्य। प्रभू हम सब पर अपनी कृपा बनाये रखें।

Special:-     उपरोक्त सब लेख ध्यानावस्था में अनभुव के आधार पर लिखा गया है। आजकल यह लगातार ध्यान, हम मानवता से घनिष्ट प्रेम होने के नाते, क्योकि हम भी एक समाजिक प्राणी हैं, समाज में रहते हुए समाज के ऊपर आई इस corona virus के रूप में प्राकृतिक आपदा को ध्यान में रखते हुए लगाते हैं। वैसे तो changing is the law of nature फिर भी विष्व के scientists के अनुसार भी कुछ astroid के बारे में निकट भविष्य में चेतावनी देने पर अन्तर्मुखी होते हुए कुछ विशेष ध्यान लगा लेते हैं और ध्यान में जो हमें अध्यात्मिक अनुभव के आधार पर दिव्य ब्रह्मांड में अनुभव होता है उसे हम दर्शाने का प्रयास भी करते रहते है । अगर इसमें लिखने में कोई त्रूटी या गलती हो जाती है तो कृपया माफ करना।

Spiritual Truth
                            Om Shanti

              Divine Suksham's Sarires


* Lively life free Rohtas *

आदर्णिय परम स्नेही भग्त जन सादर् प्रणाम,
                     उपरोक्त ध्यान अवस्था का अनुभव सत्य है जो हमें लेटे हुए दो तीन बार 10 minutes  के अन्तराल में अनुभव हुआ । इतना ही नही अन्तर्मुखी होते हुए, यह दिव्य जीवात्माऐं सुक्षम शरीर जो आन्तरिक दिव्य Universe में हमारी भृकुटि की सक्रीन पर विडियो रील के दृश्यों की भांती जो पश्चिम से पूर्व दिशा में यानी हमारे I.D.U में बाईं ओर से दाईं ओर आराम से धीरे धीरे धीमी गती से चलती हुई hello & bye- bye करते हुए अनुभव हुआ जो उपरोक्त image में दर्शाया गया है । हमारी भगवान से प्रार्थना है कृपया, पूर्ण विश्व में हम सब पर अपनी कृपा बनाये रखना।                                            
अध्यात्मिक सच्चाई

                                    दास अनुदास रोहतास

Friday, February 21, 2020

The Ultimate Ablution In Meditation


The Ultimate Ablution  In Meditation
"Om Namo Narayan"


It's an Demonic power realized during meditation in I D U and finished in few minutes


We should be careful from natural calamity and avoid corona virus


Oh My God


Realization during meditation 


A star is running towards west to East and after some time there was a great "Bright Sparkness" during meditating in
 I D U.


Realization during worshipping Sun



Divine Realization in Shusapti


Similar realization on 12-4-20
Good Morning Friends

          Spiritually  ग्रहों का रिंग बनकर इस प्रकार एक जगह पर एकत्रित हो यह दिव्य मधुर मिलन अति सुन्दर लग रहा है यही श्री भगवान की अति विशेष परम कृपा है जो भगवान अपने परम भग्त को रिझाने और प्रोत्साहित करने हेतू प्रदर्शित करते हैं । ईश्वर की क्या सुन्दर दिव्य लीला है ?
जय श्री कृष्णा


It May be astroid ;


Oh my God

* Avoid Corona Virus *