ध्यान अवस्था में अद्धभुत दिव्य अनुभव
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क्या दिव्य अनुभव है साफ ध्यान अन्तर्मुखि होते हुए, 1. हम आन्तरिक दिव्य ब्रह्माड में Galaxy को अवलोकन कर रहे हैं ध्यान बिल्कुल साफ है मानो Galaxy समेत समस्त ब्रह्मांड एकदम तेज गति से घूम गया, जिसने 10 second में एक पूर्ण चक्र लगाया ।
2. अब जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है एक गरूड जैसे बहुत बडे आकार के पक्षी नें आकर एकदम, इस Galaxy को जकड कर अपनी पंखडियों के बीच दबा लिया और Galaxy का चक्र एकदम रुक गया मानों power-brake लगा दिया हो। ध्यान रहे "शास्त्रानुसार गरूड जी, श्री विष्णु भगवान जी के वाहन हैं "। यह दर्शाते हुए मुझे भी बहुत अजीब सा लग रहा है पर अनुभव तो अनुभव है। प्रभू कृपा होते हुए, दिव्यत्ता को मध्य नजर रखते हुए दिव्य अनुभव कुछ भी हो सकता है प्रभू कृपा अनुसार हमें जो दिव्य अनुभव हुआ उसे नीचे दर्शाया गया है।
*प्रभू जी हम सब पर कृपा बनाए रखें*
Om Namo Narayana
दास अनुदास रोहतास