Monday, December 12, 2016

Colourful Gravity Rays And Cosmic waves Are Coming On Earth

   
        Gravity Colourful Rays are coming on Earth
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                We observe many time Colourful gravity rays and cosmic waves on Earth in my life coming from universe to Earth in many kind as colourful Dot, Colourful Vortical Lines Rings extra in my bedroom at Night in meditation realization, which we going to show with the help of this image giving below:-


Some Cosmic Waves realized in meditation like this image for few moments


Very Strsnge vertical GAWAIN waves in internal divine universe at first time in our divine life very critically effected the Planets,  we try to show in image giving below at 3-30 am ,on 17-9-17 !
  
  

                                   Das Anudas Rohta

We Should Love Nature

          We Should Love Nature
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                              Das Anudas Rohtas

Some planaets observed converting during meditation

                     
              A latest observation during meditation
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           A latest observation' and Scientific information', during meditation in internal divine universe is that some planets convert streight- up and ready for fell down at once after few minuts. It seems dew to weakness in the Gravity power in universe, Planets fell weak and then these convert, like this Image, which we sohw giving below in No.-2.


                                  Das Anudas Rohtas
                          

Tuesday, December 6, 2016

Stars Broken and Dieing in Universe


                  Stars are Dieing in the Universe
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                   Latest Divine realization during meditation in Inner Divine Universe at 4-00 am on 7-12-2016 is that we are observing some Stars are dieing in the Upper Jone of Universe, one by one but No-2, one PUCHAL-STAR is stable and one another No-1, which is Twincle brightly is coming down, speedily and Safely through all of other Stars, which we are showing with the help of a image giving below.

  1.  Brilliant Star coming down speedily & safely.
  2.  Puchal- Star stable.
  3.  Some Stars dieing.


                          Das Anudas Rohtas


Monday, December 5, 2016

The Almighty God Appeared


               The Almighty God appeared in His Original Divine Form.

                                        " MANUSHAM-ROOPAM "


Das Anudas Rohtas
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Wednesday, November 23, 2016

NIBIRU A NEW PLANET- X coming towards Earth very speedily

Latest divine realization
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                    Nibiru coming down very speedily towards us. A divine realization in inner divine universe during meditation.


Special Information No- 4.
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              Is It may be possible as we realize in (No-4) image ?  In this image we realized that No-3 image is pulling down and settled on the surface of the image No-4. Here is some thing special in No-4, It seems Earth is stable and Flat and there is no activities in it, while No-3 is circulating very speedily like a galaxy.
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Das Anudas Rohtas
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विशेष:---ऊपर दर्शाया गया चित्र हमने ध्यान में अपनी भृकुटि के मध्य जो Internal Divine Universe है उसमें दिव्यता के आधार पर दिव्य नेत्रों दू्ारा बिल्कुल साफ साफ अनुभव हुआ है, जो इस प्रकार है ।

                  अब हम इसे जो इस अद्धभुत अति सुन्दर इमेज को जो ऊपर 4.अंकों में दर्शाई गई है इमेज के माध्यम से इसकी हिन्दी में व्याख्या करना चाहेंगें जो इस प्रकार है।

१.        जैसा के साफ दिखाई दे रहा है यह New Planet-x बहुत तीव्र गति से नीचे की ओर ब्रह्मांड को चीरता हुआ जिसकी दोनों किनारे अप्पर जोन में गैसों को टकराने से भयंकर आग पैदा हो रही है पृथ्वी की तरफ बढता दिखाई दे रहा है जिसके ऊपर दोनों ओर आग की लपटें दिखाई दे रही हैं।

२.         यहां साफ दिखाई दे रहा है कि आते आते इसका आकार बढ गया है जिससे इसकी गति भी बढ गई और दो की बजाए अब इसके पीछे ऊपर की और आग के शोले की बहुत बडी एक लो दिखाई दे रही है।

३.         अब तेज गति मे चक्र काटते काटते यहां इसने  न. ३. में   Galaxy का रूप धारण कर लिया या फिर पहले से कोई Galaxy यहां पर मोजूद होगी जिससे आकर यह निबरू टकराया जो साफ दिखाई दे रहा है जो बहुत तेजी से चक्र लगाती हुई नजर आ रही है जो ऊपर की ओर सफेद रंग की गैस छोडती हुई, देखने में बहत सुंदर नजर आ रही है और इसके ठीक मध्य मे Dark- Brown रंग का निबरू नजर आ रहा है Galaxy +Nibiru दोनो यहां ठीक कुम्हार के चाक की तरह बहुत तीव्र गती से चक्कर काटते हुए नजर आ रहे हैं।

४.          अब यहां पर विशेष ध्यान देने योग्य बात यह है कि यहां पर उपर्ओक्त ३ न. इमेज ज्यों की त्यों चक्र. काटती हुई Galaxy+Nibiru समेत एक  पृथ्वि जैसे ग्रह पर जो अपनी जगह पर बिल्कुल स्थिर है, अचल है, के ऊपर आकर मानो टकरा जाती है। और स्थापित सी हो जाती है लेकिन विशेषता यह है कि ऊपर का हिस्सा Nibiru +Galaxy तो दोनो बहत तेजी से circulating कर रहा है जबकी निचे का पृथ्वि जैसा ग्रह अब भी यहां पर अपनी जगह पर अचल रूप मे विराज मान है।
यह सब हमने ध्यान मे श्री परमपिता प्रमात्मा की असीम कृपा से अन्तर्मुखी होते हुए भृकटि के मध्य में जो दिव्य ब्रह्मांड है उसमें अनुभव हुआ है यह कोई अन्य धरा या कोई New पृथ्वी or New Shristi भी हो सकती है, जिसे हमनेआप तक इस चित्र के सहायता से पहुंचाने का प्रयास किया है जो बिल्कुल सत्य अनुभव है सो मानवता को समर्पित है।
" आध्यात्मिक सच्चाई "
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दास अनुदास रोहतास
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" Nibiru a new planet X, I saw with my open eyes in" 1992.
विशेष:---                                                                    
               आदर्णिय परम स्नेही भग्त जन व परम स्नेही मित्रों, जिस Nibiru देवता का सूर्य देवता के गर्भ में सन् 1992 से भी पहले से सृजन हो रहा था, अब वह उस गर्भ अवस्था से बाहर हमारे अद्धभुत सुन्दर ब्रह्मांड में प्रवेश हो चुका है, जिसे वैज्ञानिकों के अनुसार भी सूर्य देवता की बाहरी परिधि में व सूर्य देवता के आस पास, अपनी रंग-बिरंगी, हरी, नीली, लाल पीली रंगों में छंटा, बिखेरता हुआ क्रमष: साक्षात अनुभव किया जा रहा है! हमने इसे Spiritually, 9-15 am पर 25-1-17, को भी ध्यान में internal divine universe में अनुभव किया है। आज जैसे ही यह iinternal divine universe में ध्यान में आसमान में नजर आया, एकदम, समस्त आसमान कुछ समय के लिये Blue-Green रंग से प्रकाशित हो उठा।
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" It seems, Nibiru may be more Powerful than any other planets in Universe."
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We show it with the help of a Video given below


https://youtu.be/eKEcXiasbJc
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  Hole:---    
                    We observed during meditation a great Hole in internal divine universe at 10-30 am on 29-11-2016 which we show with the help of a image giving below.

Speciality of this hole is:-
      1.  It is Stable.
      2.  There is no circulation in it
      3.  It is a direct downward flow of its currents
      4.  It may be dangerable and shockful Hole.😢 😢
                         
                                     OM SHANTI


OM SHANTI SHANTI OM

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                                          Das Anudas Rohtas

Saturday, November 19, 2016

सादर प्रणाम

                                        सादर प्रणाम
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                              लिखवाने वाले भगवान हैं,
                                    लिखवा   रहे   दिन   रैन।
                              लोग  भ्रम   हम  पर  करें,  
                                    ताको       नीचे        नैन।
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                  * INCARNATED SUPREM SOUL *
                               SHREE ROHTAS JI
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                              आदर्णिय परम स्नेही भग्त जन व मेरे प्रिय: दोस्तो, बचपन से लेकर आजतक, अपने समस्त जीवन में जो दिव्य अनुभव हमें प्रभू की विशेष कृपा होने पर मिला, उसे Blogger पर 8-7-1951 से लेकर 21-11-2016 तक जो Internal Divine universe में विशेष भग्ति दू्ारा दिव्य अनुभव तथा इस भोतिक संसार मे जो भोतिक अनुभव हुआ ग्रह उप- ग्रह Galaxy आदि का और भग्वत कृपा दू्ारा सुन्दर दिव्य दर्शन पाने का और भगवान के सभी दिव्य निराकार और साकार रूपों का जो हमें साक्शात अनुभव हुआ और ध्यान अवस्था में भगवान की कृपा से जो दिव्य लीला का आनन्दमयी रसपान करने का जो इस जन्म में हमें शुभ अवसर प्राप्त हुआ, सभी अनुभव लिख कर व चित्रित कर, आप सब तक अपने लेखों दू्ारा पहुंचाने का प्रयास किया है, ताकि आने वाले समय में भी परम भग्त अध्यात्मिक जगत में हमारे इन लेखों को वव्यक्तिगत अनुभव दू्ारा अपने जीवन की गहराई में उतार कर और सभी भगवान के परम भग्त इस अद्धभुत दिव्य ज्ञानमयी अनुभवों का रसपान कर, अध्यात्मिक जगत में उन्नति प्राप्त कर, अपने जीवन को आनन्दित कर, परम शान्ती को प्राप्त कर सकें। यह अनमोल अद्धभुत दिव्य ज्ञान एक धर्मनिर्पेक्ष ज्ञान है जो आज से अध्यात्मिक जगत के  समस्त प्राणियों व समस्त  मानव जाति को अपने दिव्य अनुभवी लेखों दू्ारा समर्पित कर रहा हूं इनमें लिखने में अगर कोई त्रुटि रह गई हो के लिये माफी चाहूंगा।
                             परम स्नेही भग्त जन आप को विश्वास दिलाना चाहूंगा कि भगवान ने हम पर विशेष कृपा कर अपनी समस्त दिव्य लीला, दिव्य अनुभूतियां, तीनों लोकों का दिव्य अनुभव अवलोकन हमारे शरीर के एक अति सूक्षम स्थान, मात्र एक रोम में ( We realized Shristi and all divine activities only in the root of a hair, a miner place as dot in the Bhirkuty, divinaly, during meditation in Internal Divine Universe.) भृकुटि के मध्य में अनुभव करवाने का और बहुत सुन्दर रूप से अमृत रसपान करवाने का इस जीवन में शुभ अवसर प्रदान करवा, हमें कृतार्थ किया है, हम भगवान के हर जन्म में बहुत आभारी हैं, और रहेंगे।
                              यह सभी दिव्य लेख जो हमने दिये हैं यह तो सब हमने आप सबके सामने बहुत संक्षिप्त में वर्णन किया है केवल एक इशारा मात्र है और जो हमारे पूर्वजों दू्ारा दिये गये अच्छे संसकारो की देन है।जिनका आशिर्वाद होने पर, भग्वत् कृपा होने पर ये दिव्य अनुभव होने का शुभ अवसर इस जन्म में हमें मिल सका। हमारे Grand-Father का नाम श्री हरिश्चन्द्र जी था भगवान के परम भग्त थे। हमारे परिवार के एक बुजर्ग ने हमें बतलाया कि बेटा एक बात मैं आप को बताना चाहता हूं " कि आपके बाबा जी ने मुझे बतलाया कि रोहतास जो श्री मनोहर लाल जी का लडका, हैं वह एक अवतारी पुरुष हैं, उन्होने कहा आजतक इसके बारे में मेरे शिवा किसी को नहीं पता, बोला, हमने आज आपको ही बतलाया है।" हमने बोला ठीक है साहिब जी। हमारे पास और भी बहुत अनुभवि दिव्य महापुरुष, योगी पुरुष, सन्त, महात्मन्, इधर उधर से आए हैं और इस विषय के बारे हमें अवगत कराया जो अनुभव करने पर तकरिबन हमने सही पाया। अब यह सब दिव्य अनुभव हमने अाप सबके  समक्ष रख दिये हैं। वर्णित  दिव्य अनुभव हमने अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर लिखे हैं जिनमें एक-एक शब्द बहुत सोच समझ कर लिखा गया है अब आप सभी विष्व के परम स्नेही भग्त जन, इन दिव्य लेखों को अपने जीवन में जैसा मर्जी चाहे लेना।
                   
विशेष:-----
                          * सूक्ष्म दू्ारा सूक्ष्म का अनुभव "
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                           " भगवान ने हमें भृकुटी के मध्य में मात्र एक Dot सूक्ष्म-बिन्द, अति सूक्षम, अदि-स्थान, में सम्पूर्ण दिव्य सृष्टि धारण करने की परमकृपा प्रदान की हुई है। जिसमें हमे दिव्य लीला अनुभव करने का और भगवान के दिव्य रूपों को अवलोकन करने का और Internal Divine Universe में दिव्य ग्रह उप-ग्रह Hole, Star, Galaxy, और होने वाली हलचल भी, हम अपने दिव्य नेत्रों दू्ारा ध्यान अवस्था में जो अपने बचपन से देखते आ रहे हैं समस्त सृष्टि की दिव्य गति विदियां, सुन्दर से सुन्दर मनोहारी दिव्य दृष्यों को अवलोकान कर परम आनन्द की प्राप्त करने का शुभ अवसर प्रदान किया हुआ है। जो परम शान्ती का प्रतीक है।
                            हम भगवान से प्रार्थना करते हैं यह दिव्य कृपा विष्व के सभी परम स्नेही भग्त जनों पर भी हो, ताकि सब को आपकी दिव्य लीला अवलोकन करने का शुभ अवसर प्राप्त हो सके और आपको भलीभांति खोजकर, परमानन्द की प्राप्ती कर, आपको समर्पित होते हुए, आपकी शरण प्राप्त कर, आप जी के शुभ चर्णों का रसपान करते हुए,  परम आनन्दित होते हुए, परम शान्ती को प्राप्त कर सकें, जो मानव जीवन का एक मुख्य उद्धेश्य है।
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 Important:-----
                          Self realization is very compulsorry in realizing in internal divine Universe for Divinity & Spirituality. It is very difficult " TO SHOW OTHERS " divine Realization. There is Value of SELF-REALIZATION in Divinity and Spirituality.

   "  Spiritual Truth  "
   
                                Jai Hindh -  Jai Bharat
                               
                                                 Das Anudas Rohtas

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Thursday, November 17, 2016

Monday, November 7, 2016

* WHAT A WONDERFUL DIVINE GALAXY IT IS IN MEDITATION! *

     " How a Wonderful Scene of Divine Galaxy "
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                                 JANNAT IS HERE
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                  We observe very beautiful divine Galaxy in very attractive and charming colours circulating around the Adhisthan in internal divine universe, at 9-30 am on 7-11-2016. Some planets are shining like Stars in it liking very graceful and touching my Heart, which we show with the help of some images giving below.

         Do you know what will be happened if Shristi chakra or galaxy cycling will be paused (stop) for few moments in space ? As show in image no:-1.

1. In Stable Position:-

             " How a beautiful divine Galaxy "                        
                       

 
2.  In circulating position very critical   :-
       
                            Here this galaxy circulating critically, because one thing is going to happened in its circulation, it leaving behind some stable space Into the center of yellow colour space and then re-start circulating around adhisthan after some Moments of pause of imge no.1.
" It may be New Shristi "



3.  In converting position:-
         After few minutes Here galaxy converting dangersbly itself in Left side. its may be Supreme Spiritual and Scientific Divine Knowledge," BARHAM- GIYAN " and latest divine realization in internal divine Universe during standing meditation. We never thought about it the day will come in our life God bless us showing this beautiful divine and Miracle Galaxy in our inner divine universe. We are very thankful to God every time.


Universal Truth

           Thanks God
   
                                            Das Anudas Rohtas

   
                     

Wednesday, November 2, 2016

* Please Learn To Appreciate The Present *

                     Please appreciate the Present
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                                     Das Anudas Rohtas

* GOD HAS CONTINUALLY RECEIVED *

 God has continually received
We have to Experience
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                                       Das Anudas Rohtas

Tuesday, November 1, 2016

APPEARIENCE OF GOD

                            APPEARIENCE OF GOD
                    Om Namo Narayana Om Namo
                              Manusham Roopam


        " Om Namo Bhagwatey Shree Vasudevaye "
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                  यदा यदा  ही  धर्मस्य. ग्लानिर्भवति भारत ।
                  अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥
                  परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्।
                  धर्मसंस्थापनार्थाय  सम्भवामि   युगे   युगे॥

                  Respected True divotee of God, an explaination accoding to sweet song singing, by Lord Shree Krishna in Dwapar Yuge, that, whenever there  declines of righteousness on this Holly Land, and unrighteousness is in the ascendant, then, He appeared between all of us  again and again, Age to Age, in this beautiful Shristi for the protection of the virtuous, and for destruction of evil doors and for establishing Dharma (righteousness) on a firm feeting.

                 So, The Almighty God now appeared, in this wonderful World and has been Manifisted in action, in His Charming and in His very beautiful simple living embodiment of divine Form, Sacshat, and  has been reveals, at 9-17 pm in 1996, in my bedroom.  We observed Him with my open eyes and after blessing me kindfully, desappeared divinly.

               We observe some planets, Galaxies and blue Hole, many time, stiring in the open Universe and in our internal divine universe. First of all  We observe with my open eyes a Planet NIBIRU circulating in inside of the SUN Like A Pandulom in a Clock,  Left and Right in half Round.

                Once SUN- GOD Blessed me showing His divine three Forms In diffrent shade of colour like Blue, White and Pink which we observe with my open eyes. We Show it in a image.

                Once we saw Divine Miracle Star in the sky with my open eyes in Evening at 8-00 pm. This Wonderful Star looking very beautiful with divine Yellow Ring.

                 We observe many wonderful divine changing and very stir in the planets in internal divine universe with my divine third Eye during meditation. We give All these explainations for the welfaire of my fellow-being and all devottes of God, and for all the people in this wonderful World. So that it seems that there will be happened some thing divinely near by in future. And so that we all should be alert in the world.  All these spiritual and divine explainations giving in side "avtaripurushrohtas.blogspot.com" or internet are true and my self divine realizations.

" Whatever my experience is all that secularism ".
                 Namaskar, Jai Hindh, Jai Bharat.




                                                Das Anudas Rohtas

Saturday, October 29, 2016

Supreme God's Divine Realization

                           Supreme's Divine Realization
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Supreme God's Divine Realization during standing meditation in our drawing room before Adhisthan Maharaj at 8-40 am on 29- 2016. Very nice very graceful 100°/• clear divine observation in meditation, which we showing in a image giving below.


                                  Das Anudas Rohtas

Thursday, October 27, 2016

Supreme in Nature

                              Supreme in Nature
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                Supreme is existence of Nature. Nature not exist in Supreme.
                                                         Das Anudas Rohtas

Sunday, October 23, 2016

* BEAUTIFUL DIVINE SCENERY *

                 Very Beautiful Divine Scenery
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                          This beautiful scenery is the answer of the multiple divine stories about the orgination of Lord Brahma, Lord Vishnu and Lord Shiva, which show the eternal thoughts of a yogi purush. We open this secret which is written around this scenery that Great Saint show his deeply thoughts like this Lord Brahma is the symbol of " OM " and Creator of the all creation in this beautiful Shristi. Next He show that Lotus is the Symbol of Lord Vishnu, who is the owner and preservation the Shristi and thirdly Snake is the symbol of Lord Shiva, who is the destroyer of thIs beautiful Shristi.


                                             Das Anudas Rohtas




  

* POSITIVE DIVINE POWER AND NAGETIVE DIVINE POWER *

                                Divine Power
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             There are Two kind of divine power. One is positive power which origine in Inner World and ssecond is Nagative power which spread through out in the Physical World. We can observe both power divinaly with Divya Eyes because both power are spiritually divine in this beautiful Shristi.
 

                                          Das Anudas Rohtas

Saturday, October 22, 2016

SELF DIVINE REALIZATION BIYOND IMAGINATION

                              Biyond Imagination
                     We observe in meditation,  Sun under pressure today dew to a White Lion in the Sky walking near Him. It is self realization Self is Truth and there is Value in Self. So we show it with the help of this image giving below.
                                     Self is Truth
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                                Das Anudas Rohtas

Wednesday, October 19, 2016

* काले रंग में निराकार भगवान के सूक्षम रूप का साक्षात्कार *

                        परम सूक्षम दिव्य काला तत्व
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          आज हमने भगवान के अति प्रिय: सूक्षम रूप, जिसे हम सफेद रंग में एक हीरे की कणी के रूप जैसा चमकीला, जो हर रोज हम अपने भृकुटि के आन्तरिक दिव्य ब्रहमांड में, चमकते हुए तारे की तरह बन्द आंखों से व खुली आंखों से, अवलोकन करते आय हैं, आज हमने अपनी खुली आंखों से जब हम शोरूम के ऊपर बने बाथरूम में थे तो सामने दिवार पर दिन में 1-30 बजे, 18-10-2016 को Black Christle काले रंग में क्रिस्टल की तरह चमकते हूअा divine  Shuksham Dot सूक्षम बिन्दु जिसका वाया एक सूत्र के आकार के समान था अपनी खुली आंखों से कई बार साक्षात्कार हुआ। जो हमें भृकटि के माध्यम से A Divine Reflecttion through out from Bhitkuti on wall दिवार पर चमकता हुआ काले रंग मे बना प्रतिबिम्ब है, जो साफ साफ Black Diamond or you can say (Black Christle) की तरह बिल्कुल 100°/• साफ नजर आ रहा था। यह दिवय सूक्षम रूप में काले रंग में दिव्य Supreme soul, दिव्य Supreme Tatav के रूप में महाकाल भगवान " Mahakal Bhagwan " का दिव्य सूक्षम रूप हो सकता है । सफेद रंग में एक चमकीले white Diamond के रूप में दिव्य सूक्षम निराकार के रूप के दर्शन, खुली व बन्द आंखों से तो परम पिता प्रमात्मा की कृपा से हर रोज दिन में और रात में भी कई बार, मिलता है लेकिन Black Diamond, अर्थात Black Christle. की तरह चमकीले दिव्य सूक्षम निराकार काले प्रभू के रूप के दर्शन वो भी दिन में और वो भी खुली आंखों से "साक्षात्कार" काले रंग में पाने का मौका, जीवन में पहली बार मिला, जिसे हमने निचे दी गई इमेज दू्ारा दर्शाने का प्रयास किया है।
कृपया सावधान:-
                       सूक्षम रूप में दिव्य काले रूप में सूक्षम निराकार भगवान के साक्षातकार रूप में दर्शन हैं यह शास्त्रों में दिये गये महाकाल, महा -अवतार कलकी भगवान के निराकार रूप के दिव्य दर्शन भी हो सकते हैं।


                              दास अनुदास रोहतास

* GOD * LIKE A DIVINE BLACK DOT * BLACK DIAMOND * BLACK CHRISTLE *

                    Observation Divine Black Christle
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              We observe the reflection of Divine Black Dot on the wall of the Bathroom on 2-end Flower of show-room many time, in these two minutes, Reflecting from "Bhirkuti" (a Divine center place of my Forehead), a Divine Black Dot Like a small peace of Black Diamond which we show with the help of  Image giving below. Size of divine Dot, very small as a ( half centimeter only ). Supreme divine power explained like a white brillient Diamond Which is today going to explained ls like a Black brillient Diamond " FIRST TIME " in this wonderful World. It is very strange now. But we believe upon it. Because we observe (SHAKSHATKAR) with my open eyes, that God, Tatav Pronunciation (Dharan-karna) the Form of Black Christle, during Urinate, in standing position at 1-30 pm on 18-10-2016 on the roof of the showroom. Now it is realised like a black " CHRISYLE ". " IT MAY BE THE APPEARENCE OF LORD KALKI IN HIS ORIGINAL DIVINE BLACK- FORM, 'NIRAKARA', LIKE A BRILLIENT BLACK DIAMOND "
Attention Please :-
                                    It seems that The Almighty God convert Himself from white divine Supreme Tatav to  Black Divine Supreme Tatav, or we can say,Now, God assumption the form of a black Christle.


                        Das Anudas Rohtas

Thursday, October 13, 2016

* RE-INCARNATION OF LORD KRISHNA *

                  " Re-Incarnation of Lord Krishna "
                              In The Present Yuge
                                       Kal - Yuge
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                              Appearence of God
                                               &
                          " SELF - OBSERVATION "

 
विशेष :-
आज तक जहां Self Realization लिखते आए, आज वहां पर Self-Observation लिख दिया है !
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" वर्तमान युग, कल - युग में भगवान का साक्षात प्रकट होना "
व्यक्तिगत - अवलोकन
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                                Das Anudas Rohtas

Wednesday, October 5, 2016

GRACEFUL DIVINE REALIZATION IN MEDITATION


                  Graceful Self Divine Realization
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                     A Graceful Divine Realization of Supreme divine Tatav, (Supreme Divine Soul)
 " God " is realized at 9-00am on 5-10-2016 during standing Meditation before the Temple in Home, In inner divine universe. Only self realization has value of divine energy, realizing in our inner divine universe.

"How graceful This Self-Divine-Realization is ?" :---------
   Because:----
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1. We realize it in our internal divine universe
2. It's compilitaly divine realization
3. Because, We can faith on our self realization only. No body can faith till they realize himself divinly, in this physical World.
4. It is the time, when Sun is arising up in the sky in outer world universe at 9-00am, while we observing all these, divine Planets, Stars, Divine Sun together in our inner divine universe.
5. Sun is unlightining the inner universe divinly.
6. There are Stars are twinkling like " Jugnu " in inner divine universe.
7. Sun spredding His Miracly divine Energy with the help of divine Rings (original divine Power of Rings ) this scene is looking very, Very, Graceful.

   " Self-Divine-Realization Is True Love To God "
                                       

 DEW TO, :----------------------
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                    Self Divine Realization it may be outer World or inner Universe, many Emperors Empty there Chairs. Many Kings and Queens, Prince and Princess, many Educated and Qualified, Gentlemen and pious ladies, many Yogi Purush and yogini, Daties and Divya Purush, Avtari Purush and Rishies, Munies, Saint, and Sadvies, Brave Men, Austrologers and Richest men and Land-Lords person, " Threw out there Pricious cloths and valuable Crowns and become true Devotee of God," YOGI " in this wonderful Physical World in every Yuge, in this Beautiful-Miracle-Mayavi-Divine-Shristi ".
                                       -------------                                                                         Das Anudas Rohtas

Wednesday, September 14, 2016

* SHITHIPRAGIYA *

                         * SHITHIRPRIGIYA *
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              * YOU  ARE  WELCOMED  BY *
                   AVTARI PURUSH ROHTAS
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                              PARNAM  SIR
                                   

                                     JAI SHREE RAM
                                              *****     
                                 LSHITHIRPRAGIYA
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                 Das Anudas Shithirpragiya Rohtas 


                     

Monday, September 12, 2016

* DIVYA * DIVYANANDH * DIVYANANDHIT ROHTAS *


                           Divya Purush Rohtas
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               Rohtas is a Divya Purush Yogi Purush and Avtari Purush in this Yuge, Kal-Yuge.

                                      SUPREMO
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                    Das Anudas Divyanandhit Rohtas
                     

* YOG * YOGI * YOGANANDHIT- ROHTAS *

                              * YOG *
                                  -----
                       * TATAV-YOGI *
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               When all these Divine Power stable in a " Q ", in a streight line then it become yog of all these divine power in the Shristi. Which we try to show with the help of the image giving below:-

     1 Bhagwan.......    Supreme Soul,"GOD"
     2 Bhagti.  .......       Source..........(Shabdh)
     3 Bhagat.  ..........   Seeker...........(Devotee)


           


                Das Anudas Tatav Yogi Rohtas

Wednesday, September 7, 2016

* AMRITANADHA * AMRIT RASPAN ANANDHIT *


                  "  Amrit Raspan Anandhit Rohtas  "
                               AMRITANANDHA
                                          * * * * *
                         
                                                                                                                           Das Anudas Amritanandit Rohtas

Wednesday, August 31, 2016

* LATEST GLOBAL WARMING REALIZATION DURING MEDITATION *

                  "Latest Global Warming realization"
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                          We observe a Galaxy circulating Anticlockwise very speedily in internal divine universe during standing meditation very clearly at 8-40 am on 31-8-2016 in Morning. Some planets were shining while one big- planet was stable which we try to show with the help of Image-(1).
                        Then suddenly at once Galaxy convert his side and started moving very speedily in Clockwise. Same big planet was stable and another one come speedily from out side and moved into the centre of Galaxy. We divinely observed the galaxy in Internal Divine Universe  in meditation, blessing by God which, we try to show in image-( 2 ).
                            * JAI SHREE RAM *



Realization at 9-15 am 1-9-16 we observe in meditation a Biggest Black Hole in I.D.Universe.
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" PARNAM "
Kalki
Kaal+Key


* Om Shanti Om *
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                                          Das Anudas Rohtas

Friday, August 19, 2016

* HINDUISM *

                                       " Hinduism "
             There is Hindu Religion in Hinduism. There are so many Spiritual and religious literature (Granths) written by Hindu Sants and Guru in Hinduism as Shrimadbhgwat Gita a Divine Sweet Song singing by Lord Krishna in Dwaper- Yuge. There are many Rishi, Muni, Sant, Divya Purush, yogi Purush, and Avtari Purush in present in Hinduism in India.



                                     Das Anudas Rohtas

Tuesday, August 9, 2016

* TATAV - JOURNEY * SHRISTI CHAKRA * आत्मिक-आवागमन *

          TATAV JOURNEY & DIVINE REALIZATION
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                Through this beautiful Scientific video, Tatav Journey and Shristi Chakra both are shown Systematiculy, Practicaly, Geomatricaly by Shirazia Ji, in this Physical World. We realize Spiritualy very clearly in Internal Divine Universe this Divine Realization Anshik Tatav Journey and Shristi Chakra or you can say it Anshik Divine Soul Journey running towards us with her Shuksham Sarira very speedily. How a Soul circulating Systematiculy in this beautiful Shristi of a Yogi Purush, Divya Purush or a Avtari Purush and take place back His position in her Origional Spiritual body ( Shristi)  after some time at 11-15 am, on 7-8-2016 in our Inner Wonderful, Divine, Spiritual World.

                               * आत्मिक - आवागमन *


                                    Das Anudas Rohtas
                     

Sunday, August 7, 2016

* अनुभवी-अध्यात्मिक-पाठशाला *

                     अनुभवी अध्यात्मिक पाठशाला
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                            भगवान नित्य प्राप्त हैं
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सत्य-प्रेम
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!

* TRUE LOVE *
" GOD IS LOVE, LOVE TO GOD, WE LOVE GOD "
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God is Every Where
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There should be self Divine realization and Trust in GOD.


" करत करत अभ्यास के जडमति होत सुझान "


           भगवान हर प्राणी के जीवन में नित्य प्राप्त हैं यह हम सभी को भली भांती जान लेना चाहिये और इसी आधार पर हमें भगवान में मनमना भव, अपने हृदय में भाव पैदा कर भगवान की भगति करनी चाहिये । हमें स्थितप्रज्ञ होते हुए, लग्नेषू बन एवं जिज्ञाषू बन, भगवान को समर्पित हो, उन्हें भली भांती खोजकर, उनकी शरण में जाना चाहये। हम एक कदम उनकी ओर रखेंगे, वह सौ कदम हमारी ओर बढाऐंगे, क्योकि भगवान बहुत दयालु होते हैं, वो हमें अपनाने के लिये हरदम तैयार हैं।


                                            Das Anudas Rohtas

* CHANGING IS THE LAW OF NATURE *

               Changing is the Law of Nature
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Tuesday, August 2, 2016

* TATVIK PURUSH *

                     * TATVIK  PURUSH *
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                                    TATAV


What do you mean by " Tatvik Purush "
Meaning of Tatvik Spiritually :-
                                  Tatav + Viveka
                                  Tatav + Power
                 In Tritya Yuge Ravana was a virtuous " GUNVAN " but he was a proud. Lord Shree Ram was also virtuous but being Virtuous Shree Ram Ji was " GUNATEET " virtuless, Sensible but have no sense in  Virtues. Shree Ram was the real Hero and owner of Divine Supreme Tatav & Divine Ring and was Owner of all divine powers . So Shree Ram was a Tatvik Purush. So Spiritually there are two things "TATAV +VIVEKA".


               Scientifically also there are two things in a ATOM (Anu) like "Nucleus+Electrons". So in both picture Two thing (Element)  TATAV & POWER are same, which we are showing with the help of this image giving below:-
ATOM
( Protons+Neutrons )+( Electrons )
   " NUCLEUS+ELECTRONS "
Tatav + Power


      Suksham-Shristi is also the yog of two things in Hinduism according to our Rishi, Muni & great monks secretly.
 l. "Purush + 2.  Prakriti".
Tatav + Viveka
PURUSH + PRAKRITI
   Soul + Nature
Radha + Swami
  Radha + krishna
Shita + Ram


Now, Sathul-Shristi is also just of Water and water is the result of  two thing H2-0.
" Hydrogen-2 + Oxygen-1 "


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OM SHANTI


OM SHANTI
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NOW WE WANT TO KNOW ABOUT TATVIK PURUSH
" TATAV-TATVETA-TATVAGIYA-TATAVIK "

TATVIK PURISH:-
                           
                " TATAV+VIVEKA+SUPREME HOLY SOUL " In HINDUISM, we take it Spiritually as "Supreme Holy Soul, SUKSHAM, BINDH, ATATMA - TATAV " means " PURUSH ". These are two main Divine Powers in Universe. Both powers are COMPLITALY DIVINE AND  IMMORTAL. These combined with each-other. "Tatav is stable and Ring ( Maya ) only
Appeared after a Yug-Yuganter in His original Sakar- form for few minutes in this beautiful Shristi to give freshness, Peace, enjoy (DIVYA-ANANDHA)  to 'His True devotee' of God.


1.  RAJA SHREE RISHIB was Tatvik Purush in Sat-Yuge.
2. RAJA  SHREE  RAM was Tatvik Purush in Tritya- Yuge.
3. LORD SHREE KRISHNA was Tatvik Purush in Dawaper-Yuge.

                   Only a Virtuless " GUNATEET " body of a Punran Yogi Purush (Param-Kripa-Paatra) after kindness and blessing by God with Supreme Divine Qualities, " TATAV + VIVEKA. Supreme Holy Soul, become incarnate of a Tatvik Purush in this wonderful-World. Which we are showing both with the help of this images.


                                           
               

  OM TAT SAT
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RAM
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OM
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Das Anudas Tatvik Purush Rohtas
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