. * सत्य सनातन धर्म की जय *
Spiritually:---
घट मंदिर तू अन्दर मेरे, देव लखूं मै दर्शन तेरे
🌼 मंदिर 🌼
म+न+इ+द+र.
म = मन.
न = नहीं
इ = इन......अन्दर
द = दर......धारण
र = राम.....ईश्वर
हिन्दूत्त्व के अनुसार मंदिर शब्द का अध्यात्मिक अनुवाद है मन से प्राकृतिक गुणमय दोष और इनके स्वभाविक गुणों से विकार मुक्त हो गुणातीत हो ' राम ' रूपी पवित्र आत्म तत्व को धारण करना। मन का
राम मय जाना होना
Physically:---
भू-भाग पर स्थित किसी रूम के दर के अन्दर जो दिव्य शक्ति परम तत्व के रूप में स्थित है वही परम ईश्वर का घर है आस्था का प्रतीक है, आदि शक्ति परम तत्व का स्थान है, अच्छे अध्यात्मिक संस्कारों को पाने का, परम शान्ति पाने का और परम दिव्य आनन्द की प्राप्तिस्थान का पवित्र स्थल मन्दिर ही तो है।
दास अनुदास रोहतास
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* हाकुम्भ प्रयागराज -2025 *
वास्तव में देखा जाय हिन्दूत्त्व के अनुसार सत्य सनातन धर्म की संस्कृति व मर्यादा की गरिमा को बनाये रखने में महाकुम्भ प्रयागराज अमृत स्नान का अध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्त्व है। महाकुम्भ प्रयागराज 2025 अमृत स्नान धार्मिक अध्यात्मिक दिव्य व गहरी आस्था का प्रतीक है जो देवी देवगण महात्मन गन्दर्व ऋषिमुनी सन्त परम स्नेही भग्त जनों का एकत्रित पवित्र अमृत अनुभविक महाकुम्भ स्नान है हमें भी प्रयागराज महाकुम्भ 28-1-2025 को 2-30 am पर अमृत-वेला में, पवित्र अमृत स्नान कर अध्यात्मिक दिव्य आनन्द का अनुभव हुआ।
दास अनुदास रोहतास
These may be coming down divine Souls
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